संतकबीर नगर जिले में एंबुलेंसकर्मी की संवेदनहीनता ने कर्तव्यनिष्ठता के साथ मानवता को शर्मशार किया। सांसद की शिकायत को बदसलूकी मानकर सीएमएस ने बुधवार को इस्तीफा दे दिया। मंगलवार की रातभर सड़क किनारे कूड़े के ढेर के पास पड़े रहे घायल को घरवालों ने सुबह अस्पताल में भर्ती कराया। अस्पताल में उचित इलाज न मिलने पर सांसद और दो विधायक जिला अस्पताल पहुंचे थे, जहां मुख्य चिकित्सा अधीक्षक से उनकी कहासुनी हुई। सीएमओ ने इस पूरे मामले की जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है।

दुधारा क्षेत्र के कविता गांव के पास मंगलवार की रात हुई सड़क दुर्घटना में दो किशोर की मौत हो गई। लेड़ुआ गांव का 16 वर्षीय अर्जुन घायल हो गया। आरोप है कि एंबुलेंसकर्मी अर्जुन को खलीलाबाद के नेदुला चौराहे पर कूड़े के ढेर के बीच छोड़कर भाग गए। पूरी रात वह वहीं तड़पता रहा। सुबह सूचना पर पहुंचे स्वजन ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया। सांसद प्रवीण निषाद, विधायक अंकुर राज तिवारी और अनिल कुमार त्रिपाठी बुधवार की दोपहर घायल का हाल जानने जिला अस्पताल पहुंचे।

एंबुलेंसकर्मियों की अमानवीयता के शिकार घायल किशोर के उपचार में लापरवाही पर जनप्रतिनिधि नाराज हो गए। सांसद ने जिला अस्पताल में अराजकता का आरोप लगाते हुए कहा कि मरीजों का ठीक से उपचार नहीं हो रहा है। सीएमएस के जवाब न देने पर सांसद ने कहा कि आपसे अस्पताल संभल नहीं रहा है। यह सुनकर सीएमएस ने त्यागपत्र सांसद को सौंप दिया।

सांसद प्रवीण निषाद ने कहा कि जनता के प्रति सभी को जवाबदेह होना होगा। एंबुलेंसकर्मियों की करतूत पर सीएमएस से जवाब मांगा गया तो पहले वह टालते रहे और फिर त्यागपत्र लिखकर दे दिया। सीएमएस की शिकायत स्वास्थ्य मंत्री से की जाएगी।

जिला अस्पताल के सीएमएस डा. ने कहा कि सांसद और दोनों विधायकों ने जिला अस्पताल में मेरे साथ बदसुलूकी की। इससे आहत होकर मैंने त्यागपत्र दिया है। अधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी है।

सीएमओ डा. ने बताया कि सीएमएस के त्यागपत्र की जानकारी मिली है। अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है। घायल को सड़क पर छोड़े जाने समेत सीएमएस के आरोपों की भी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।