वाशिंगटन । अमेरिकी अंतरिक्ष दल चीनी या रूसी अंतरिक्ष वाहनों को ट्रैक करने के लिए इस गर्मी में सैटेलाइट लॉन्च करने जा रहा है। ये चीन या रूस के अंतरिक्ष वाहनों की निगरानी करेगा, जिनके पास कक्षा में वस्तुओं को निष्क्रिय करने या नुकसान पहुंचाने की क्षमता है। ताजा डेवलपमेंट इन महाशक्तियों के बीच बढ़ती स्पेस कंपटीशन में एक नया कदम है। प्राप्त जानकारी के अनुसार साइलेंट बार्कर के रूप में जाना जाने वाला ये उपग्रह नेटवर्क अपनी तरह का पहला होगा और यह भू-आधारित सेंसर और निम्न-पृथ्वी कक्षा उपग्रहों के साथ काम करेगा। अंतरिक्ष दल और विश्लेषकों की मानें तो उपग्रहों को पृथ्वी के ऊपर लगभग 22 हजार मील की ऊंचाई पर स्थित किया जाएगा, जो ग्रह की घूर्णी गति से मेल खाता है। ये उसी गति से घूमेगा जिसे जियोसिन्क्रोनस कक्ष के रूप में जाना जाता है।
स्पेस फोर्स और उसके विश्लेषकों का कहना है कि यह प्रणाली महत्वपूर्ण अमेरिकी प्रणालियों के खिलाफ मूल्यवान संकेत और खतरों की चेतावनी प्रदान करेगी। इसमें अंतरिक्ष से वस्तुओं को खोजने, पता लगाने और ट्रैक करने की क्षमता होगी, जिससे संभावित खतरों की शीघ्र पहचान हो सकेगी। यह परियोजना अंतरिक्ष बल और राष्ट्रीय टोही कार्यालय के बीच एक सहयोगी प्रयास है। एनआरओ द्वारा एक बयान में कहा गया है कि बोइंग कंपनी-लॉकहीड मार्टिन कॉर्प के यूनाइटेड लॉन्च एलायंस द्वारा संचालित एटलस वी बूस्टर का उपयोग करके साइलेंट बार्कर उपग्रह समूह को जुलाई के बाद लॉन्च किया जाना है। विशिष्ट लॉन्च तिथि की घोषणा सोशल मी‎डिया के माध्यम से 30 दिन पहले की जाएगी।