होली की तैयारी जोरों शोरों पर है। यह त्योहार सभी के जीवन में ढेर सारी खुशियां लेकर आता है। बड़ें हो या बच्चे, हर किसी में इस त्योहार को लेकर एक अलग ही उत्साह देखने को मिलता है। लेकिन होली के जश्न में बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है।अक्सर बच्चे होली खेलने की जिद करते हैं। ऐसे में पेरेंट्स भी उनके जिद के सामने घुटने टेक देते हैं, लेकिन होली के उत्साह में बच्चों के प्रति की गई लापरवाही भारी पड़ सकती है। ऐसे में इस त्योहार के जश्न में बच्चों का खास ख्याल रखना बेहद जरूरी है।

हर्बल रंगों का प्रयोग करें

बच्चों की स्किन काफी नाजुक होती है। ऐसे में केमिकल युक्त रंग या गुलाल बच्चों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। बेहतर है कि होली खेलने के लिए बच्चों को नेचुरल कलर ही दें। बच्चे इस त्योहार को एंजॉय करेंगे और पूरी तरह सेफ भी रहेंगे।

तेल मालिश करें

बच्चों को होली खेलना काफी पसंद होता है। इससे पहले बच्चे की पूरे बॉडी को तेल मालिश करें। इसके लिए नारियल तेल या सरसों तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।

फुल स्लीव कपड़े पहनाएं

बच्चे होली खेलने जाए, इससे पहले उन्हें फुल स्लीव कपड़े पहनाएं। इससे पूरा शरीर ढका रहेगा और रंगों की रिएक्शन उनकी स्किन पर नहीं होगा।

सुरक्षित जगह का चुनाव करें

होली में काफी भीड़-भाड़ होती है। इसलिए बच्चों को भूलकर भी इस दिन अकेला न छोड़ें। बच्चों के लिए सुरक्षित स्थान का चयन करें, जहां वे जमकर एंजॉय कर सकें।

डाइट का रखें ख्याल

त्योहार में बच्चों की डाइट पर खास ध्यान दें। सही खानपान न होने के कारण बच्चे बीमार पड़ सकते हैं, जिससे त्योहार का मजा फीका हो सकता है।

बढ़े हुए नाखूनों को काट दें

होली की धूम में बच्चे एक-दूसरे को नाखून से भी मार सकते हैं। इससे पहले उनके नाखूनों को छोटा कर दें।

पिचकारी का यूज करना बताएं

होली के दिन बच्चों के लिए पिचकारी किसी खिलौने से कम नहीं होता है। ऐसे में उन्हें पिचकारी इस्तेमाल करने का सही तरीका बताएं। जिससे बच्चे सेफ रहेंगे और किसी की नाक, कान या आंख में पानी नहीं मारेंगे।