अगर आप नौकरीपेशा हैं और आपका पीएफ अकाउंट है तो यह खबर आपके ल‍िए है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की तरफ से सभी करोड़ों यूजर्स के लिए अलर्ट जारी किया गया है. ईपीएफओ की तरफ से सभी मेंबर से कहा गया क‍ि कोई भी खाताधारक सोशल मीडिया पर अपने अकाउंट से जुड़ी जानकारी भूलकर भी शेयर न करें. इससे अकाउंट होल्डर्स बड़ी धोखाधड़ी के शिकार हो सकते हैं. ईपीएफ खाते से जुड़ी जानकारी साइबर फ्रॉड करने वालों के हाथ लग गई तो वे आपके खाते से पैसे गायब कर सकते हैं.

ईपीएफओ के अलर्ट में क्‍या कहा गया?

ईपीएफओ की तरफ से कहा गया क‍ि ईपीएफओ अपने सदस्‍य से कभी आधार, पैन, यूएएन, बैंक डिटेल आद‍ि की जानकारी नहीं मांगता. यद‍ि कोई आपको फोन या सोशल मीडिया पर इस तरह की जानकारी मांगे तो सावधान रहने की जरूरत है. इस तरह की जानकारी ब‍िल्‍कुल भी लीक न करें. इस तरह के फर्जीवाड़े से जुड़े फोन कॉल पर जवाब न दें, ऐसे किसी मैसेज का रिप्लाई भी न करें.

ईपीएफओ ने दी जानकारी

ईपीएफओ की तरफ से सभी यूजर्स के लिए अलर्ट जारी करते ट्वीट में लिखा गया क‍ि 'कभी भी सदस्यों से पर्सनल ड‍िटेल जैसे आधार नंबर, PAN, यूएएन, बैंक खाता या ओटीपी फोन या सोशल मीडिया पर साझा करने के लिए नहीं कहा जाता. ईपीएफओ ने यह भी कहा क‍ि किसी भी सर्व‍िस के ल‍िए ईपीएफओ कभी भी व्हाट्सएप, सोशल मीडिया आदि के जर‍िये कोई राशि जमा करने के लिए नहीं कहता.'

आपको बता दें पीएफ अकाउंट में लोगों की मोटी कमाई जमा रहती है. इसे र‍िटायरमेंट के समय के ल‍िए जमा क‍िया जाता है. फ्रॉड करने वाले फिशिंग अटैक के जरिये खाते पर अटैक करते हैं. फिशिंग ऑनलाइन फ्रॉड का हिस्सा है, जिसमें जमाकर्ता को धोखा करके फंसाया जाता है. उनसे खाते से जुड़ी अहम जानकारी हासिल करके खाते से पैसा साफ कर द‍िया जाता है.

कभी शेयर न करें ये जानकारी

पीएफ खाताधारक गलती से भी पैन नंबर, आधार नंबर, यूएएन और आपका पीएफ अकाउंट नंबर शेयर नहीं करें. ये चीजें कॉन्‍फ‍िडेंश‍ियल होती हैं, इन जानकारियों के लीक होने से आपका खाता खाली हो सकता है. इस तरह के फर्जीवाड़े अक्सर पहली नौकरी छोड़ने और दूसरी ज्‍वाइन करने के दौरान देखे जाते हैं. इस दौरान फिशिंग कॉल या मैसेज कर आपसे व्यक्तिगत डिटेल मांगी जा रही हो तो उसके ख‍िलाफ पुल‍िस में श‍िकायत जरूर करें.