भोपाल । लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते चार पुलिस कर्मियों को रंगे हाथों पकड़ा हैं। दो पुलिसकर्मी लोकायुक्त पुलिस की दबिश की सूचना पाकर थाने से फरार होने में कामयाब रहे । प्रदेश में अलग-अलग जिलों में यह घटनाएं हुई। खास बात ये है कि यह सभी मामले बीते 19 दिन के भीतर के हैं। 28 मार्च को रीवा मे ट्रैफिक सूबेदार दिलीप कुमार तिवारी एवं आरक्षक अमित सिंह को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते पकड़ा था। डीजीपी के आदेश पर दोनों को निलंबित किया गया था। इसके बाद अब दोनों का मुख्यालय परिवर्तन किया गया है। दिलीप तिवारी को रीवा से शाजापुर एवं अमित सिंह को रीवा से भिंड भेजा गया है। 30 मार्च को रीवा जिले के समान थाना प्रभारी सुनील कुमार गुप्ता और उप निरीक्षक रानू वर्मा द्वारा होटल संचालक से पैसा मांगने की शिकायत लोकायुक्त पुलिस को मिली थी।  लोकायुक्त की दबिश से पहले दोनों थाना छोड़कर भाग गए थे। सुनील कुमार गुप्ता को रीवा से खंडवा एवं रानू वर्मा को रीवा से टीकमगढ़ स्थानांतरित किया गया।रीवा जिले में ही मऊगंज थाने के कार्यवाहक एएसआइ राजकुमार पाठक को 14 अप्रैल को लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत लेते हुए पकड़ा। एएसआइ को रीवा से बड़वानी स्थानांतरित किया गया है। लोकायुक्त पुलिस से रिपोर्ट मिलने पर निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। प्रकरण में थाना प्रभारी को अपने अधीनस्थों पर ठीक से पर्यवेक्षण न करने के कारण थाना मऊगंज से लाइन अटैच किया गया।मुरैना में हाल ही में पुलिस अधीक्षक के स्थानांतरण के समय साइबर सेल द्वारा गड़बड़ी किए जाने की शिकायत मिली थी। इस आधार पर डीजीपी के निर्देशानुसार उप निरीक्षक सचिन पटेल (एसएएफ) प्रभारी साइबर सेल मुरैना को फिर एसएएफ में भेज कर उनका स्थानांतरण 34 बटालियन धार किया गया। साइबर सेल मे कार्य कर रहे आरक्षक सर्वजीत सिंह को मुरैना से आलीराजपुर, रवि पटेल को मंडला, अजीत जाट को बुरहानपुर और प्रशांत नरवरिया को झाबुआ स्थानांतरित किया गया है। मुरैना के यातायात थाना प्रभारी अखिल नागर का थाने में शराब पीते हुए वीडियो प्रकाश में आने पर उन्हें निलंबित कर मुख्यालय मुरैना से खरगोन किया गया। उज्जैन में आरक्षक रवि कुशवाहा को लोकायुक्त पुलिस ने छह अप्रैल को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था। इस पर आरक्षक को निलंबित कर मुख्यालय उज्जैन से सीधी किया गया है। मामले में संबंधित थाना चिमनगंजमंडी के प्रभारी जितेंद्र भास्कर पुलिस लाइन उज्जैन संबद्ध किया गया है।अब वर्दी पर दाग लगाने वाले पुलिसकर्मियों के विरुद्ध पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सुधीर कुमार सक्सेना के निर्देश पर सख्त कार्रवाई की गई है। इन्हें निलंबित कर उनके मुख्यालय से 800 किलोमीटर दूर भेजा गया है। साथ ही आगामी आदेश तक लाइन में ही रखने को कहा गया है।