सरसों तेल का थोक दाम दिल्ली में लगभग 134 रुपये लीटर बैठता है। एमआरपी में पहले की गई 10 रुपये प्रति लीटर की कटौती के बाद सरसों तेल का एमआरपी लगभग 194 रुपये लीटर था। सरकार द्वारा एमआरपी में और 15 रुपये प्रति लीटर की कमी करने को कहने के बाद यह 178-180 रुपये लीटर हो जायेगा। जबकि, एमआरपी 155-158 रुपये लीटर से अधिक नहीं होना चाहिए। यही हाल सोयाबीन तेल के साथ भी है। जबतक खाद्य तेलों के थोक मूल्य और खुदरा मूल्य के बीच के अंतर को एक निश्चित सीमा में नहीं बांधा जायेगा और इसके लिए सख्त कानून नहीं बनेगा, इन बैठकों के अपेक्षित परिणाम हासिल नहीं होंगे। मंडियों में सरसों की आवक काफी कम हो गयी है। बीते शनिवार को मंडियों में सरसों की आवक सबसे कम यानी 1.20-1.50 लाख बोरी के दायरे में रही। आने वाले त्योहारी सीजन में सरसों के संबंध में दिक्कत महसूस की जा सकती है क्योंकि 'स्टॉक लिमिट' के भय से किसी ने इसका स्टॉक तैयार नहीं किया। जो कुछ सरसों है, वह किसानों के पास ही है।