भोपाल । मौसम में परिवर्तन का सिलसिला जारी है। जम्मू कश्मीर में गुरुवार को नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है, जिसकी वजह से भोपाल सहित प्रदेश के कई संभागों का मौसम फिर से बिगड़ेगा। 25 से 26 मार्च के बीच मौसम विभाग ने वर्षा, आंधी व ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है। किसानों की फसल पर ओलावृष्टि के आसार हैं। किसानों को भारी नुकसान फिर से उठाना पड़ सकता है। इससे पूर्व हुई वर्षा और ओलावृष्टि की मार किसान झेल चुके हैं। खेतों में खड़ी गेहूं और सरसों की फसल तबाह हो चुका है। किसान इसे काफी बड़ा नुकसान बता रहे हैं।
वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर अभी भी चार मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं। उनके असर से वातावरण में नमी आ रही है। इस वजह से मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में बादल बने हुए हैं। साथ ही कहीं-कहीं वर्षा भी हो रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मौसम प्रणालियां अब कमजोर पड़ गई हैं। इस वजह से अब ओले गिरने की संभावना नहीं है। वातावरण में नमी मौजूद रहने के कारण अभी गरज-चमक की स्थिति बनी रह सकती है। 25 मार्च को ग्वालियर, चंबल, जबलपुर, भोपाल, शहडोल संभाग के जिलों में कहीं-कहीं एवं 26 मार्च को रीवा, सागर, चंबल, शहडोल, जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक एवं तेज हवाएं चलने के साथ वर्षा हो सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि एक नया पश्चिमी विक्षोभ वर्तमान में ईरान के आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। पूर्वी मध्य प्रदेश पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ पूर्वी उत्तर प्रदेश में चला गया है। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इसके अतिरिक्त छत्तीसगढ़ से लेकर श्रीलंका तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है। इस मौसम प्रणाली के कारण मिल रही नमी से छत्तीसगढ़ से लगे मध्य प्रदेश के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा होने की संभावना बनी हुई है। शुक्ला के मुताबिक अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियां कमजोर पड़ चुकी हैं।