'सुल्तान' नीलम ने चला फावड़ा दांव तो बेहोश हो गई ममता
बेसिक की कुश्ती प्रतियोगिता के दौरान नीलम ने जब ममता को उठाकर पटका तो लोगों को सुल्तान फिल्म का सुल्तानी दांव याद आ गया। रोजाना 15 सौ फावड़े चलाने वाली नीलम का फावड़ा दांव इतना जोरदार था कि ममता दो मिनट तक बेहोश रही।
स्टेडियम में कुश्ती का फाइनल नवाबगंज के जूनियर हाईस्कूल सुंदरी की नीलम और शेरगढ़ की ममता के बीच हुआ। फाइट शुरू होते ही नीलम ने पांचों बार एक ही स्टाइल में फावड़े चलाने की तरह ममता को पटखी दे मारी। नीलम का फावड़ा दांव देखकर हर कोई हैरान रह गया। ममता के लिए तो जमीन से उठना ही दूभर हो गया। उसे शिक्षकों ने संभाला। नीलम के कोच स्कूल शिक्षक मुकेश कुमार ने बताया कि तीन महीने पहले ही नीलम ने प्रैक्टिस शुरू की थी। कुश्ती का सबसे अच्छा दांव फावड़ा चलाने की तरह है। मैंने नीलम से कहा था कि जिस दिन तुम 1500 फावड़े चलाने लगोगी उस दिन दमदार खिलाड़ी बन जाओगी।
15 दिनों से चला रही 15 सौ फावड़े
किसान सुरेश चंद्र की बेटी नीलम ने रोजाना 100 फावड़े चलाकर अपनी प्रैक्टिस शुरू की। लगभग 15 दिनों से अब वो रोजाना 15 सौ फावड़े चलाती है। जिस दिन पहली बार उनसे 15 सौ फावड़े चलाए थे, उस दिन उसे बुखार आ गया था। आज जाकर उसे कड़ी मेहनत का पुरस्कार मिल गया। नीलम फोगाट बहनों की तरह देश के लिए मेडल जीतना चाहती है।
तारीफ के लायक हैं मुकेश के प्रयास
खुद अच्छे पावरलिफ्टर रहे मुकेश कुमार अपने स्कूल के बच्चों को अच्छा खिलाड़ी बनाने के लिए जी-जान से जुटे हैं। वो अपने खर्चे से बच्चों के लिए रोजाना दूध, अंडा, चने, फल आदि का इंतजाम करते हैं। उनके स्कूल से 19 बच्चे प्रतियोगिता में भाग लेने आए। यह सभी बच्चे दोनों दिन मुकेश के घर ही रुके। इनमें से अधिकांश ने प्रतियोगिता में मेडल भी जीते।