सीतापुर| आज उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री एवं निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार निषाद जनपद सीतापुर के दौरे पर रहे। इस अवसर पर निषाद पार्टी द्वारा आयोजित बहन वीरांगना फूलन देवी की पुण्यतिथि सभा में डॉ. संजय कुमार निषाद ने भाग लिया एवं सभा को संबोधित किया।
        अपने संबोधन में  डॉ. संजय कुमार निषाद ने कहा कि बहन फूलन देवी न केवल मल्लाह, निषाद, बिंद, केवट, कश्यप, गोंड, धींवर जैसे मछुआ समाज का गौरव हैं, बल्कि करोड़ों महिलाओं की प्रेरणा भी हैं। उन्होंने न सिर्फ देश में, बल्कि विदेशों में भी महिला सशक्तिकरण की एक चेतना जगाई। उन्होंने आगे कहा कि बहन फूलन देवी जी ने अपने साहसिक संघर्ष से यह सिद्ध किया कि अगर किसी महिला का शोषण होगा तो वह दुर्गा और काली बनकर अन्याय के विरुद्ध खड़ी हो सकती है। डॉ. संजय कुमार निषाद ने स्पष्ट किया कि निषाद पार्टी बहन फूलन देवी के विचारों और आदर्शों पर चलने वाली पार्टी है, और उनके दिखाए रास्ते पर चलकर मछुआ समाज को न्याय, सम्मान और अधिकार दिलाने के लिए कृतसंकल्प है।


        डॉ. संजय कुमार निषाद जी ने कहा कि बहन वीरांगना फूलन देवी की हत्या आज भी एक अनसुलझी गुत्थी बनी हुई है। यह आवश्यक है कि इस हत्या की निष्पक्ष जांच सीबीआई द्वारा सिटिंग जज की निगरानी में कराई जाए, ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को सजा मिल सके।

“जहाँ फूलन देवी जी की पुकार है, वहाँ निषाद पार्टी के नेतृत्व की हुंकार है।”- डॉ. संजय कुमार निषाद 

“निषाद पार्टी सिर्फ़ राजनीति नहीं, बहन फूलन देवी जी के आदर्शों की जनक्रांति है।”- डॉ. संजय कुमार निषाद 

“एक बेटी की हत्या अब रहस्य नहीं, न्याय की प्रतीक्षा है — सिटिंग जज से सीबीआई जांच अनिवार्य है।”- डॉ. संजय कुमार निषाद 

    पत्रकारों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर में डॉ. संजय कुमार निषाद ने कहा कि “जब बहन फूलन देवी की हत्या हुई, उस समय वह समाजवादी पार्टी की सिटिंग सांसद थीं। प्रदेश और केंद्र दोनों ही स्थानों पर समाजवादी पार्टी की सरकार या भागीदारी थी। फिर उन्होंने हत्या की सीबीआई जांच क्यों नहीं कराई?”* उन्होंने आगे कहा कि आज वही समाजवादी पार्टी बहन फूलन देवी के नाम पर घड़ियाली आँसू बहा रही है। अगर उन्हें सच में न्याय दिलाना होता, तो सत्ता में रहते हुए उन्होंने क्यों कुछ नहीं किया? आज उनके नाम पर राजनीति करना केवल दिखावा है।
        डॉ. संजय कुमार निषाद जी ने दो टूक शब्दों में कहा कि अगर समाजवादी पार्टी को बहन फूलन देवी के प्रति न्याय की भावना है, तो सबसे पहले मिर्जापुर के उस समाजवादी नेता से उनकी संपत्ति मुक्त कराकर बहन फूलन देवी जी की माता को सुपुर्द करें। दूसरा, यदि वे सच्चे हैं तो देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते अपने सांसदों के माध्यम से संसद में सीबीआई जांच की मांग करवाएं। केवल तब उन्हें बहन फूलन देवी का नाम लेने का नैतिक अधिकार होगा।
        सभा के अंत में  डॉ. संजय कुमार निषाद ने पुनः संकल्प लिया कि बहन फूलन देवी के बलिदान को कभी व्यर्थ नहीं जाने देंगे और निषाद पार्टी उनके दिखाए मार्ग पर चलकर समाज के अंतिम व्यक्ति को न्याय दिलाने का काम करती रहेगी।