लखनऊ में मनाया गया सशस्त्र सेना झंडा दिवस

लखनऊ। रक्षा झंडा दिवस 1949 से प्रतिवर्ष 7 दिसंबर को मनाया जाता है। झंडा दिवस मनाने के पीछे का विचार आम जनता को छोटे झंडे वितरित करना और बदले में दान इकट्ठा करना था। पूरे देश में धन संग्रह का प्रबंधन केंद्रीय सैनिक बोर्ड (कएसबी) की स्थानीय शाखाओं द्वारा किया जाता है, जो रक्षा मंत्रालय का हिस्सा है। भागीरथी एन्क्लेव में पुरुषों व महिलाओं ने हिग्सा लिया।
डांडा दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य मुख्य रूप से युद्ध में हताहतों का पुनर्वास, सेवारत कर्मियों और उनके परिवारों का कल्याण, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों का पुनर्वास और कल्याण है।
क्यों मनाया जाता है ये दिन
सशस्त्र झंडा दिवस देश की सुरक्षा में शहीद हुए सैनिकों के परिवार के लोगों के कल्याण के लिए मनाया जाता है। इस दिन झंडे की खरीद से इकठ्ठा हुए धन को शहीद सैनिकों के आश्रितों के कल्याण में खर्च किया जाता है।
तीन प्रमुख भाग
भारतीय शस्त्र सेना में तीन प्रमुख भाग है। जिसमें भारतीय थलसेना, भारतीय जलसेना और भारतीय वायुसेना हैं। भारत के राष्ट्रपति भारतीय सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर हैं। भारतीय सशस्त्र बल भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय (रक्षा मंत्रालय) के तहत आता है।