जन विश्वास यात्रा पर निकले तेजस्वी ने नीतिश को पुराने जमाने का नेता बताया
पटना । राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव मंगलवार को बिहार के तूफानी दौरे पर निकले हैं। इस दौरान उनके 11 दिनों के भीतर राज्य के सभी 38 जिलों को कवर करने की संभावना है। तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर से दौरे की शुरुआत की। मोतिहारी, जहां पूर्वी चंपारण जिले का मुख्यालय है, वहां रात्रि विश्राम के लिए पहुंचने से पहले उनका सीतामढी और शिवहर में दो और सार्वजनिक बैठकों को संबोधित करने का कार्यक्रम है। दौरे की शुरुआत की पूर्व तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पुराने जमाने का नेता कहा, जो अपनी कुर्सी खुद ही छोड़ दें तब बेहतर होगा।
जन विश्वास यात्रा की शुरुआत से पहले राजद नेता तेजस्वी यादव ने अपने आवास पर पूजा की। उन्होंने कहा कि हम आज से जनता के बीच जा रहे हैं। हमारी सरकार ने 17 महीने में जो काम किया, उस हम जनता के सामने रखने वाले है। सीएम नीतीश कुमार जनता के फैसले को कोई महत्व नहीं देते...जनता इसका जवाब देगी। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के छोटे बेटे और उत्तराधिकारी यादव ने दावा किया कि वे नीतिश के नए विद्रोह के कारण अपनी पार्टी के सत्ता खोने से निराश नहीं हैं।
तेजस्वी ने आरोप लगाया, लेकिन आज बिहार को स्थिरता और दूरदर्शी नेतृत्व की जरूरत है। अपने ढुलमुल रवैये और लीक से हटकर सोचने में असमर्थता से नीतीश कुमार ने दिखाया है कि उनमें इन दोनों का अभाव है। उन्होंने कहा कि फिर भी, जिन 17 महीनों में हमने सत्ता साझा की, हमने उनसे 10 लाख सरकारी नौकरियां पैदा करने की राजद की प्रतिज्ञा के आलोक में साहसिक निर्णय लिए। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी हमारी किताब से कुछ सीखना पड़ा और रोजगार मेलों का आयोजन करना पड़ा।