जबलपुर ।    जबलपुर में अनुकंपा नियुक्ति के लिए छोटे भाई ने अपने नाबालिग साथी के साथ मिलकर बड़े भाई की हत्या कर दी। हत्या की वारदात को एक्सीडेंट का रूप देने के लिए आरोपियों ने लाश पर एक्टिवा गाड़ी पटक दी थी। सीसीटीवी कैमरे से पूरे हत्याकांड का खुलासा हुआ। पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आधारताल थाना प्रभारी विजय विश्वकर्मा ने बताया कि चार मार्च की सुबह रामेश्वर कॉलोनी स्थित डिवाइडर के पास एक युवक की लाश मिली थी। लाश की ऊर एक्टिवा गाड़ी पलटी हुई थी। प्रथमदृष्टया मामला एक्सीडेंट का लग रहा था। घटनास्थल का निरीक्षण के दौरान निशान देखने पर ऐसा लगा कि टक्कर इतनी तेज नहीं थी कि किसी की मौत हो जाए। मृतक व्यक्ति के सिर्फ सिर में चोट के निशान थे। मृतक की शिनाख्त प्रेम नगर निवासी अभिषेक भारती, उम्र 32 साल, के रूप में हुई थी। युवक की शादी नहीं हुई थी। पारिवारिक विवाद के कारण वह छह माह पूर्व से अधारताल में किराये का मकान लेकर रहता था। प्राइवेट नौकरी करता था। पतासाजी करने पर ज्ञात हुआ कि अभिषेक के पिता नगर निगम में कार्यरत थे। उनकी मृत्यु सात साल पूर्व हो गई थी। उनकी अनुकंपा नियुक्ति के प्रोसेस पूरी हो गई थी। अभिषेक व उसके छोटे आई विनोद भारती के बीच अक्सर मां को मिलने वाली पेंशन, प्राॅपटी तथा अनुकंपा नियुक्ति को लेकर विवाद होता था। विवाद के कारण अभिषेक ने घर छोड़ दिया था। मां से मिलने आता रहता था। वह तीन मार्च की रात को मां से मिलने घर गया था और दोनों भाइयों में विवाद हुआ था। शंका होने पर पुलिस ने प्रेम नगर से अधारताल के बीच लगे लगभग 50 सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले। फुटेज में दिखा कि अभिषेक अपनी एक्टिवा गाडी में सवार होकर निकला तो उसका छोटा भाई एक नाबालिग किशोर के साथ सवार होकर उसका पीछा करने लगा। छोटे भाई ने चलती गाडी में बैठे-बैठे एक इंच लोहे के पाइप से बड़े भाई के सिर पर प्रहार किया। इसके कारण वह नीचे गिर गया था। इसके बाद छोटे भाई ने नाबालिग साथी के साथ मिलकर बड़े भाई के सिर पर लोहे के पाइप से सिर पर प्रहार किए। उसकी लाश को डिवाइडर के पास फेंककर उस पर एक्टिवा पटक दी थी। पुलिस ने हत्या का प्रकरण दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
 
हत्या करने के बाद किया अंतिम संस्कार

बडे भाई के हत्या करने के बाद छोटा भाई अपने नाबालिग साथी के साथ लौट आया था। दूसरे दिन अपने चाचा के साथ शिनाख्त के लिए थाने पहुंचा था। पोस्टमार्टम के दौरान भी पूरे समय अस्पताल में उपस्थित था। इसके बाद उसने ही अपने भाई की लाश का अंतिम संस्कार किया था।