भोपाल ।   प्रसिद्ध वास्‍तुकार चार्ल्‍स कोरिया द्वारा डिजाइन भारत भवन में एक और नया आयाम जुड़ने जा रहा है। इसमें चित्रकारों के लिए एक अलग से विंग तैयार की जाएगी, जो स्टूडियो के रूप में होगा। संस्कृति विभाग द्वारा भारत भवन में बनाए जाने वाले इस स्टूडियो में युवा चित्रकार रुककर अपनी प्रतिभा को निखार सकेंगे। इसे कलाग्राम के तहत तैयार किया जाएगा, जो भारत भवन में ही बनाया जाएगा। सिरेमिक स्टूडियो में कलाकार मिट्टी के स्कल्पचर और आकृतियां बनाना सीखेंगे। वहीं साहित्यकारों के लिए तैयार होने वाले स्टूडियो में नवीन साहित्यकार कल्पना की उड़ान भर सकेंगे। अपने लेखन को कागजों पर उतारेंगे। गीत, संगीत और रंगमंच के साधकों के लिए संगीत और रंगमंच भी स्टूडियो तैयार होगा, जहां कलाकार सुर-साधना कर सकेंगे। कलाग्राम में रंगमंडल को भी स्थान दिया जाएगा, ताकि कलाकार नाटक की रिहर्सल कर सकें। यहां नृत्य साधना, रंगकर्म और संगीत पर विशेष ध्यान रखते हुए मल्टीपर्पज स्पेस तैयार करने की तैयारी है। बता दें कि श्यामला हिल्‍स पर स्थित इस भवन को प्रसिद्ध वास्‍तुकार चार्ल्‍स कोरिया ने डिजाइन किया था। यह भवन देश के अनूठे राष्‍ट्रीय संस्‍थानों में एक है।

साल के अंत तक तैयार होने की संभावना

इसका निर्माण कार्य शुरू भी हो चुका है। अभी लेवलिंग की जा रही है। जनजातीय कलाकार, कला-संगीत, साहित्य, रंगकर्मियों के लिए कलाग्राम की मांग करीब 10 साल से की जा रही थी। जानकारों की मानें तो इस साल के अंत तक कलाग्राम के आकार लेने की पूरी संभावनाएं हैं। भारत भवन में एक आडिटोरियम भी तैयार किया जाएगा। पूरे मल्टीपर्पस हाल को तैयार करने में करीब दस करोड़ रुपए के खर्चे का अनुमान है। अभी इस काम के लिए आधारशिला रखी जा चुकी है। इस आडिटोरियम में करीब एक हजार से ज्यादा कलाप्रेमी बैठकर आनंद उठा सकेंगे। इसके लिए भारत भवन परिसर में खाली पड़ी जमीन का भी उपयोग किया जाएगा। इसे न्यास मंडल के सदस्यों के मार्गदर्शन में तैयार किया जाएगा।

भारत भवन में सांस्‍कृतिक गतिविधियों के अभी ये हैं विंग

-रूपंकर
ललित कला संग्रहालय
-रंगमंडल
ए रिपर्टरी
-वैगर्थ
ए सेंटर आफ इंडियन पोएट्री
-अनहद
शास्त्रीय और लोक संगीत का पुस्तकालय
-छवि
शास्त्रीय सिनेमा का केंद्र है
-निराला सृजनपीठ

शहर और देश के कलाकारों के लिए अलग से स्टूडियो के रूप में नई विंग तैयार की जाएगी। इसके कलाग्राम के तहत बनाया जाएगा, जिसमें जनजातीय और कला-साहित्य से जुड़े लोग आनंद उठा सकेंगे। साथ ही अपनी प्रतिभा दिखाएंगे। यहां मल्टीपर्पज स्पेस तैयार किया जाएगा। इन सब में करीब 10 करोड़ का खर्चा आने का अनुमान है।

-प्रेमशंकर शुक्‍ला, मुख्‍य प्रशासनिक अधिकारी, भारत भवन