बड़वानी ।   पाटी थाना क्षेत्र में हुई हत्या के मामले में एक जीजा ही उसके साले का हत्यारा निकला। उसने पत्थर से कुचलकर साले को मौत के घाट उतारा। थाना पाटी पुलिस टीम द्वारा 24 घंटे के अंदर मामले का पर्दाफाश किया गया। पाटी पुलिस के अनुसार आरोपित जगन पुत्र रतनीया बारेला निवासी ग्राम वलन को गिरफ्तार किया गया है।

यह है पूरा मामला

पाटी थाना प्रभारी आरके लौवंशी के अनुसार 28 अप्रैल को पुलिस थाना पाटी पर सूचना प्राप्त हुई की भाया उर्फ निलेश पुत्र केंटा सोलंकी निवासी पाटी का शव खून से लथपथ होकर जनपद पंचायत कार्यालय पाटी के पीछे नाले में पड़ा है।

सूचना पर मर्ग पंजीबध्द कर तत्काल थाना प्रभारी पाटी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे एवं घटना स्थल को सुरक्षित कर वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया। पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद द्वारा मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल अनुविभागीय अधिकारी पुलिस रूपरेखा यादव को मौके पर रवाना किया गया। अधिकारियों द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण किया गया। मामला पृथम दृष्टया हत्या का प्रतीत होने से पुलिस अधीक्षक के निर्देशन मे पुलिस टीम व्दारा घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया। मौके पर एफएसएल टीम को भी बुलाया गया जिनके द्वारा भी घटना स्थल का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए।

पुलिस टीम द्वारा मौके से भौतिक साक्ष्य एकत्र किए गए। मृतक भाया के शव का पीएम करवाया जाकर पीएम रिपोर्ट प्राप्त की गई जिसमें डाक्टर द्वारा मृतक भाया की मृत्यु सिर में गंभीर चोट से होने से बताया। प्रकरण में थाना पाटी पर अज्ञात आरोपित के विरूध्द का पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया। घटना दिनदहाड़े हत्या होने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। मामला अंधे कत्ल का सनसनीखेज होने से पुलिस द्वारा तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपित को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए जिसके पालन में थाना पाटी पुलिस टीम द्वारा मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया। अज्ञात आरोपित की जांच के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई।

पुलिस टीम को सूचना मिली की मृतक भाया उर्फ निलेश बारेला अपने जीजा जगन पुत्र रतनीया बारेला निवासी वलन के साथ अंतिम बार देखा गया था। जीजा साले के बीच संबध अच्छे नहीं थे। घटना दिनांक को जीजा साले के बीच आपसी विवाद होने की बात पता चली। जिस पर पुलिस टीम द्वारा तत्काल घेराबंदी कर आरोपित जगन को पूछताछ के लिए पुलिस हिरासत में लिया। उससे गहन पूछताछ की गई। आरोपित जगन पुलिस टीम को कभी कुछ कभी कुछ बताकर गुमराह करने लगा। किंतु पुलिस टीम द्वारा आरोपित जगन से मनोवैज्ञानिक तरीके से लगातार पूछताछ कर एक के बाद एक कई सवाल किए। जिस पर आरोपित जगन अपने ही जवाबों में उलझता चला गया और अंतत: आरोपित जगन द्वारा अपना अपराध स्वीकार किया गया। इस प्रकार पुलिस द्वारा तत्परता से कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के अंदर अंधे कत्ल का पर्दाफाश किया गया।

यह था हत्या का कारण

आरोपित जगन ने बताया कि मृतक भाया रिश्ते में उसका साला लगता था। आरोपित जगन की पत्नी पिछले दो माह से अपने मायके में रह रही थी जिसे अपने घर ले जाने के लिए वह कई बार अपने ससुराल गया किंतु मायके वाले उसकी पत्नी को उसके ससुराल नहीं भेज रहे थे।

आरोपित जगन को शंका थी कि आरोपित का साला भाया उसकी पत्नी को उसके साथ आने नहीं दे रहा है। जिस कारण से जगन अपने साले भाया से रंजिश रखता था। 28 अप्रैल को दोपहर में मृतक भाया व आरोपित जगन दोनों मोरिया फलिया शादी कार्यक्रम में मिले थे। जहां दोनों के बीच आरोपित की पत्नी को लेकर वाद विवाद हुआ था। भाया शराब के नशे मे होने से आरोपित द्वारा मौके का फायदा उठाकर मृतक को शादी कार्यक्रम से अपने साथ खींचकर पास के सुनसान नाले में लेकर गया और वहां पड़े पत्थर से उसके सिर पर वार कर हत्या कर फरार हो गया था। पुलिस द्वारा आरोपित को गिरफ्तार कर घटना स्थल लेकर गई और उसकी निशादेही पर हत्या के सीन को पुन: रिक्रियेट कर आवश्यक साक्ष्य जुटाए गए। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी रामकृष्ण लौवंशी, केशव यादव, जगदीश बांसले, जीवन चांदौरे, नंदूकुमार चौहान, प्रधान आरक्षक बलवीरसिह आदि की भूमिका रही।