भोपाल । जिले में सात मई को 2097 केंद्रों पर मतदान होगा। इस दौरान शहर में होने वाली हर गतिविधि पर चुनाव आयोग और जिला प्रशासन की नजर है। भोपाल से पांच जिलों की 19 सीमाएं लगती हैं। इनमें 6 सीमाएं शहरी क्षेत्र में हैं, जबकि 13 ग्रामीण क्षेत्रों में लगती हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान इन सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था और चेकिंग के लिए जिला प्रशासन ने पुलिस के साथ प्लान तैयार किया है। इस प्लान पर अब अमल भी किया जाने लगा है।
 जिला प्रशासन और पुलिस की टीमें शहर एवं जिले की सीमाओं पर सक्रिय हैं। जो प्रत्येक आने जाने वाले चार पहिया सहित अन्य वाहनों पर नजर रख रही हैं। टीमों के द्वारा अब तक डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक की अवैध शराब व नकदी राशि जब्त की जा चुकी है।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शहर से जुड़ी सीमाओं टोल नाके के पास बायपास तिराहा, हिनोतिया बीएसएफ रोड, फंदा टोल नाका खजूरी सडक़, गोल जोड़, रातीबड़ चौराहा, 11 मील चौराहा मिसरोद पर  जिला प्रशासन और पुलिस की टीमें तैनात की गई हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्र की सीमाओं परवलिया सडक़ थाने के सामने, सोराहा से आगे बैरसिया, विदिशा रोड बैरसिया, रामपुर बालाचोन, जूना पानी, कलारा, ग्राम उनिदा, सूरजपुरा जोड़, पार्वती पुल मेंगरा नवीन, बीलखों, डय्यन, बिलखिरिया पेट्रोल पंप के सामने और ग्राम देहरी   पर जिला प्रशासन और पुलिस की टीमें तैनात की गई हैं।
 इस बार चुनावी मैदान में भोपाल सांसदीय सीट के लिए 22 उम्मीदवार मैदान में हैं। भाजपा, कांग्रेस और बसपा के अलावा निर्दलीय उम्मीदवार अपनी किस्मत अजमा रहे हैं। इन सभी के खर्च पर कैमरों से नजर रखी जा रही है। उनकी प्रत्येक गतिविधियों की वीडियोग्राफी कराई जा रही है। यहां तक की यदि वह किसी को चाय भी पिला रहे हैं तो उसका भी रिकार्ड तैयार किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों ने नामांकन भरने के बाद सभा और रैली का आयोजन किया था। सभा में टेंट, कुर्सियां, स्पीकर, कूलर-पंखें, गाड़ी समेत अन्य उपकरणों का उपयोग किया गया था। यह सभी दोनों के खर्च में जोड़ा जाएगा।कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया, चुनाव में खर्च की सीमा 95 लाख रुपये तय की गई है। उम्मीदवारों पर नजर रखने के लिए एसएसटी और एफएसटी तैनात हैं।इसके अलावा जिले में सीमाओं पर टीमें तैनात हैं। सबसे अधिक सीमाएं 11 बैरसिया विधानसभा क्षेत्र में बनाई गई हैंं इसके बाद हुजूर में पांच सीमाएं रहेंगी। नरेला में भी तीन सीमाएं हैं। इस तरह तीन विधानसभा क्षेत्र में 19 सीमा चौकियां बनाई जाएगी। गोविंदपुरा, भोपाल उत्तर, भोपाल मध्य और भोपाल दक्षिण-पश्चिम में कोई सीमाएं नहीं हैं। ये विधानसभा शहर के अंदर ही है। सीहोर विधानसभा में भी करीब पांच सीमाएं बनाई गई हैं।
चुनाव के दौरान उम्मीदवारों द्वारा कोई सभा या रैली आदि आयोजन करेगा तो उसका खर्च भी चुनाव खर्च की राशि में जुड़ेगा। वीडियोग्राफी और उम्मीदवारों पर नजर रखने के लिए स्टेटिकल सर्विलांस टीम (एसएसटी) और फ्लाइंग स्क्वाड टीम (एफएसटी) तैनात है।एमसीएमसी में भी बड़ी टीवी स्क्रीन के जरिए उम्मीदवारों की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। नामांकन प्रक्रिया समाप्त हो जाने के बाद से ही उम्मीदवारों को लेकर टीमें सक्रिय हो गई हैं।उनकी हर गतिविधि को लेकर वीडियोग्राफी कराई जा रही है। ताकि, पता चल सके कि वे चुनाव में कितना खर्च कर रहे हैं।उन्हें हर दूसरे दिन व्यय की जानकारी देना पड़ेगी। इसके लिए भी काउंटर बनाए गए हैं।