नई दिल्ली । मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि देश का बेहतर समय लाने के लिए धर्मनिरपेक्ष ताकतों को मिलकर काम करने की जरूरत है। येचुरी  ने इसके साथ ही दावा किया कि जब भी कांग्रेस ने वामपंथियों की सलाह को गंभीरता से लिया तो इससे पार्टी और भारत दोनों को फायदा हुआ। प्रणब मुखर्जी की याद में आयोजित एक परिचर्चा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए येचुरी ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की पहली सरकार के दौरान कांग्रेस और वाम दलों को एक साथ जोड़ने में प्रणब मुखर्जी की भूमिका को याद किया। इस कार्यक्रम का आयोजन प्रणब मुखर्जी लीगेसी फाउंडेशन की ओर से किया गया। माकपा नेता ने कहा मुखर्जी विरोधाभासों को प्रबंधित करने तथा विपक्ष को एकजुट करने की कला जानते थे। उन्होंने कहा ‎कि आज जब आप संसद और लोकतंत्र को देखते हैं तो आप चाहते हैं कि वह हमें सलाह देने और हमारा मार्गदर्शन करने के लिए हमारे साथ और रहते। देश की बेहतरी के लिए धर्मनिरपेक्ष ताकतों को मिलकर काम करना होगा। साथ मिलकर काम करना मैंने प्रणब (मुखर्जी) से सीखा है।