प्रयागराज: पुलिस हिरासत में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ हत्याकांड की जांच को गठित पांच सदस्यीय न्यायिक आयोग ने फिर से सर्किट हाउस में कैंप बनाया है।

आयोग ने शनिवार को पांच लोगों से हत्याकांड के बारे में पूछताछ करते हुए उनका बयान अंकित किया। आयोग यहां तीन दिनों तक कैंप करेगा। इस दौरान पुलिस अभिरक्षा में तैनात रहे पुलिसकर्मियों समेत कई अन्य लोगों से सवाल-जवाब किए जाने की बात कही गई है।

15 अप्रैल को हुई थी अतीक की हत्या

15 अप्रैल की रात मोती लाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय (काल्विन) में अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या की गई थी। पुलिस ने हत्यारोपित लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्या को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया था।

पुलिस अभिरक्षा में हुई हत्या से कई तरह के सवाल उठने लगे थे, जिसको लेकर शासन स्तर पर पहले तीन और फिर पांच सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया गया। आयोग के अध्यक्ष इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस दिलीप बाबा साहेब भोसले हैं, जबकि रिटायर चीफ जस्टिस, पूर्व डीजीपी सहित चार सदस्य बनाए गए हैं।

सर्किट हाउस में बनाया गया कैंप

बताया गया है कि आयोग के सभी सदस्य शनिवार को लखनऊ से प्रयागराज आए और फिर सर्किट हाउस में कैंप कार्यालय बनाया। यहां आमजन के पांच से छह लोगों को बुलाकर हत्याकांड के बारे में पूछताछ की गई।

सूत्रों का कहना है कि आयोग अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए कुछ पुलिसकर्मी, मीडियाकर्मी, स्वास्थ्यकर्मियों का भी बयान दर्ज करेगा। इससे पहले भी आयोग सर्किट हाउस में कैंप कर चुका है और घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए एमएनएनआइटी के इंजीनियरों से मैपिंग भी कराई थी।