शहडोल ।   मध्य प्रदेश की पहली चरण की छह सीटों पर मतदान हो गया। शहडोल में विभिन्न समस्याओं और मांगों को लेकर विरोध व आक्रोश के बीच जहां कुछ मतदान केंद्रों में कुछ समय के लिए मतदान बाधित रहा वहीं दूसरी ओर चंदनिया खुर्द लोकतंत्र के महापर्व का मान बढ़ाने वाला पोलिंग बूथ साबित हुआ। जहां सत्य प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। लोकसभा निर्वाचन के दोनों राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों भाजपा की हिमाद्री सिंह और कांग्रेस के फंदे लाल सिंह ने अपने गृहग्राम में सुबह ही अपने मताधिकार का उपयोग किया। इसके अलावा वृद्ध विकलांग और नए मतदाताओं ने भी बढ़-चढ़कर मतदान में हिस्सा लिया। जिले में कुल 61.29 फीसदी मतदान हुआ है। लोकसभा निर्वाचन के पहले चरण में शुक्रवार को सुबह 7 बजे से शहडोल जिला में मतदान की प्रक्रिया प्रारंभ हुई। शाम 6 बजे तक मतदाताओं ने लोकतंत्र के इस महायज्ञ में अपनी सहभागिता निभाई। प्रमुख दल भाजपा व कांग्रेस के प्रत्याशियों ने पुष्पराजगढ़ में सुबह मतदान किया। कांग्रेस प्रत्याशी फुंदेलाल सिंह मार्को  सुबह अपने पुत्र के साथ किरगी के मतदान बूथ पर पहुंचे और उन्होंने अपना वोट डाला। इसी प्रकार भाजपा की प्रत्याशी हिमाद्री सिंह ने पोलिंग बूथ में पहुंचकर वोट डाला। जिले के कुल 3 मतदान केंद्रों में मतदाताओं नें मतदान के विरोध में अपने स्वर मुखरित किए, जहां आनन-फानन में अधिकारी पहुंचे और उन्हें समझाइश देकर मतदान करने के लिए राजी कर लिया। 

पड़रिया में 10 घंटे बाद ग्रामीणों ने डाले वोट

अमलाई क्षेत्र स्थित ग्राम पडरिया के 1135 मतदाता चुनाव का बहिष्कार करने में लामबंद थे। शुक्रवार को मतदान के दौरान शाम 4 बजकर 50 मिनट तक 9 मत ही EVM में डाले गए। ग्रामीण इस जिद पर अड़े थे कि जब तक सड़क, पानी, मुआवजा और प्रदूषण की समस्या से उन्हें निजात नहीं मिल जाएगी। तब तक वे अपने मताधिकार का उपयोग करने बूथ नहीं जाएंगे। ग्रामवासी यह नारा लगा रहे थे कि रोड नहीं तो वोट नहीं। स्वच्छ जल उपलब्ध कराने की भी उनकी मांग थी। पड़रिया के मतदाताओं का कहना था कि रामपुर बटुरा ओपन कास्ट माइन्स द्वारा ग्रामवासियों की भूमि अधिगृहित कर ली गई, लेकिन आज तक उन्हें न तो अधिगृहीत की गई भूमि का मुआवजा मिला और न ही किसी सदस्य को नौकरी। इसी बात को लेकर लामबंद ग्रामीण लगभग 10 घंटे तक मतदान के बहिष्कार में अड़े रहे। तहसीलदार पड़रिया के ग्रामीणों को मनाने गए उनकी समझाइश बेकार गई। मतदान के बहिष्कार की जानकारी जब कलेक्टर तरुण भटनागर को लगी तो वे पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक के साथ ग्राम पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने ग्रामीणो की मांगों को गौर से सुना। उन्हें आश्वस्त किया तब कहीं जाकर पड़रिया गांव के मतदाता मतदान करने को तैयार हुए। 

खाम्हीडोल में भी हुआ विरोध

जिले के बुढार जनपद पंचायत क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत खाम्हीडोल में मतदाताओं द्वारा यह नारा मतदान दिवस की सुबह से ही लगाया जाने लगा कि रोड नहीं तो वोट नहीं। यहां भी मतदाताओं ने चुनाव के बहिष्कार की राह पर चल पड़े। जब मामले की जानकारी अफसरों को लगी तो खरी दोपहर में वह खाम्हीडोल के बूथ क्रमांक 77 में पहुंचे आक्रोशित मतदाताओं को आज समझाया तब कहीं जाकर उनका आक्रोश थमा और मतदान की प्रक्रिया प्रारंभ हुई।

बोचरो में बाघ को लेकर आक्रोश

शहडोल जिला के ब्यौहारी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत स्थित ग्राम बोचरो में बाघ के मूवमेंट को लेकर मतदाताओं नें मतदान के बहिष्कार किए जाने की ठान लिया था। ग्रामीणों का कहना था कि बाघ ने यहां के कई लोगों की जान ले ली है। बाघ के मूवमेंट का विरोध कई बार ग्रामीणों द्वारा किया गया। प्रशासन सहित वन विभाग के अफसरों से उन्होंने वन क्षेत्र में तार की फेनसिंग कराने की मांग भी की। बोचरी के ग्रामीणों पर अफसरों ने अभी तक तरस नहीं खाया है। इसी बात को लेकर शुक्रवार को मतदान की सुबह से हो मतदाता बहिष्कार करने में आमादा हो गए। दोपहर तक 1354 मतदाताओं में से एक भी मतदाता ने 11 बजे तक अपने मत का उपयोग नहीं किया था। समय रहते जिम्मेदार अधिकारी बोचरो पहुंच गए और उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि उनकी मांगें जल्द ही पूर्ण कर दी जाएं। तब कहीं जाकर स्थिति सामान्य हुई और मतदाता मतदान करने हेतु बूथ पहुंचने लग गए।

चंदनिया खुर्द ने मारी बाजी 100 फ़ीसदी मतदान 

जनपद पंचायत क्षेत्र के अधीन ग्राम चंदनिया खुर्द के मतदाताओं ने 100 प्रतिशत मतदान करके इतिहास के पन्नों में अपने गांव का नाम दर्ज करवाकर लोकतंत्र के इस यज्ञ में जिले को ग्रामवित गौरवान्वित किया है। बता दें कि ग्राम चंदनिया खुर्द में कुल 337 मतदाता थे। शुक्रवार की सुबह से ही मतदाता उमंग और उत्साह के साथ बारी-बारी से मतदान केंद्र पहुंचे और उन्होंने अपने मत का उपयोग किया लोकतंत्र के इस महायज्ञ में जिस प्रकार से ग्राम चंदनिया खुर्द के मतदाताओं ने अपने जागरूकता की मिसाल कायम की है उसकी संपूर्ण संसदीय क्षेत्र में चर्चाएं हो रही हैं