आंगनबाडिय़ों को नहीं मिल रही "माननीयों" की गोद
भोपाल । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशानुरूप प्रदेश में अडाप्ट एन आंगनबाड़ी कार्यक्रम चल रहा है। इस कार्यक्रम के तहत माननीयों (सांसद-मंत्रियों-विधायकों), जनप्रतिनिधियों, अफसरों को आंगनबाडिय़ों को गोद लेना है। लेकिन विडम्बना यह है की प्रदेश में 230 विधायकों में से मात्र 4 ने ही अभी तक आंगनबाडिय़ों को गोद लिया है। इस कारण प्रदेश में अडाप्ट एन आंगनबाड़ी कार्यक्रम अधर में लटका हुआ है। अडाप्ट एन आंगनबाड़ी कार्यक्रम का उद्देश्य जनसहयोग से आंगनबाडिय़ों को विकसित करना है। इसके तहत गोद लेने वाला व्यक्ति या संस्था बच्चों के लिए खिलौने, शिक्षण सामग्री, अलग से पोषण आहार जैसे फल, ड्राय फ्रूट्स, रंगाई पुताई और फर्नीचर आदि दे सकते हैं। इसके अलावा भूमिहीन आंगनबाडिय़ों के लिए जमीन दान कर सकता है या नया आंगनबाड़ी भवन निर्माण करा सकते हैं। गोद लेने के लिए संबंधित व्यक्ति महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारिक पोर्टल पर जाकर अडाप्ट एन आंगनबाड़ी में पंजीयन कर सकते हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के सभी सांसदों और विधायकों से एक-एक आंगनबाड़ी गोद लेने को कहा है।प्रदेश में एडॉप्ट एन आंगनबाड़ी अभियान में एक भी विधायक ने सहयोग नहीं किया है। जबकि मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष सहित दो मंत्री तथा चार सांसदों ने ही कदम आगे बढ़ाए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक आंगनबाड़ी बुधनी विधानसभा के माथार को गोद लिया है। मुख्यमंत्री ने इसी दिन कैबिनेट बैठक में मंत्रियों से कहा था कि वे अपने प्रभार के जिलों में जाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को आंगनबाड़ी केंद्र गोद लेने के लिए प्रेरित करें। सीएम ने सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधियों सहित सामाजिक संस्थाओं और उद्योगपतियों के लिए भी आह्वान किया था। बावजूद विधायकों और मंत्रियों ने आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेने में दिलचस्पी नहीं दिखाई है। एडॉप्ट एन आंगनबाड़ी अभियान को सफल बनाने में माननीयों से आगे प्रदेश के अफसर हैं। जनप्रतिनिधियों में 17 हजार ने सहयोग करने में दिलचस्पी दिखाई है। इनके मुकाबले 26 हजार से अधिक कर्मचारी और अधिकारियों ने आंगनबाड़ी केंद्रों को सहयोग दिया है। अब तक 1 लाख 9 हजार से ज्यादा लोगों के माध्यम से 26 करोड़ से अधिक की राशि जुटाई जाने का दावा किया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साल के शुरुआत में प्रदेश की आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेने के लिए एडॉप्ट एन आंगनबाड़ी अभियान चलाने का निर्णय लिया था। 24 मई को वे स्वयं खिलौने जुटाने के लिए भोपाल की सड़कों में आए थे। पहले दिन एक करोड़ से अधिक का सहयोग मिला था। मुख्यमंत्री ने सीएम कॉन्क्लेव में लिए गए निर्णयों की समीक्षा की थी। इसके अनुसार जानकारी सामने आई है कि समाज के विभिन्न वर्गों के कुल 1,08,691 लोगों द्वारा अब तक कुल राशि 26,72,37,671 रुपए का सहयोग प्रदान किया गया है। वहीं विभाग की जानकारी है कि कुल 23.41 करोड़ की सहायता मिली है। सहयोग करने वालों में सबसे आगे नार्दर्न कोलफील्ड्स है जिसने 3.5 करोड़ में 25 आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण कराने का भरोसा दिया है। इसके बाद एनपीआईसीएल जबलपुर 35.70 लाख की सहायता की।
आंगनबाड़ी केंद्रों को संवारने का प्लान तैयार
संचालक महिला एवं बाल विकास डॉ. आरआर भोसले का कहना है कि आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेने के लिए विभागीय अधिकारियों के माध्यम से संस्थाओं और अन्य प्रमुख लोगों से संपर्क जारी है। उपलब्ध राशि के उपयोग करने का प्लान तैयार है। सभी 97,135 आंगनबाड़ी केंद्रो को आदर्श केंद्र में बदलने के लिए एनएसस के छात्रों का सहयोग लिया जाएगा।