पीथमपुर म.प्र. की औद्योगिक एवं रोजगार देने वाली राजधानी : मुख्यमंत्री चौहान
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पीथमपुर मध्यप्रदेश की औद्योगिक एवं रोजगार देने वाली राजधानी बन गया है। यहाँ बड़े पैमाने पर उद्योग स्थापित हुए हैं और उद्योगों के लिये निवेश आने का क्रम जारी है। यहाँ बेटियों के लिये अलग से महिला उद्यमी पार्क बनाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री चौहान पीथमपुर में रोजगार दिवस और "एक जिला-एक उत्पाद'' कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने 1371 करोड़ रूपये के विकास कार्यों की सौगात दी और 3 लाख 19 हजार युवाओं को स्व-रोजगार से जोड़ने के लिये 2577 करोड़ रूपये की ऋण राशि का वितरण किया। साथ ही महाराणा प्रताप और शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण किया। मुख्यमंत्री ने महिला उद्यमी पार्क का भूमि-पूजन कर 21 महिला उद्यमियों को भूमि आवंटन-पत्र भी सौंपे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में सांस्कृतिक मूल्यों की स्थापना के लिये सांस्कृतिक पुनरुत्थान के कार्य शुरू हो गये हैं। वाग्देवी की प्रतिमा, जो इस समय इंगलैंड में है, को पुन: मध्यप्रदेश लाने के प्रयास किये जा रहे हैं। कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है। उज्जैन में महाकाल लोक बनाया गया है। ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापना का कार्य चल रहा है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार युवाओं को रोजगार और स्व-रोजगार देने के लिये रात-दिन एक कर रही है। अगले एक वर्ष में एक लाख रिक्त सरकारी पदों पर भर्ती की जायेगी। नवम्बर माह में 40 हजार रिक्त पदों में भर्ती के लिये विज्ञापन जारी हो जायेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पीथमपुर में 1100 एमएसएमई इकाइयों में 12 हजार 777 करोड़ रूपये का निवेश है और 38 हजार 770 लोगों को रोजगार मिला है। यहाँ 95 बड़ी औद्योगिक इकाइयाँ स्थापित हैं, जिसमें 26 हजार 320 करोड़ रूपये का निवेश है और 53 हजार 493 लोगों को रोजगार मिला है। इस तरह से कुल एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला हुआ है। पीथमपुर के फार्मा सेक्टर ने दुनियाभर को कोविड में दवाएँ पहुँचा कर अद्भुत काम किया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि किसान भाइयों से जमीन लेकर 12 हजार 500 हेक्टेयर में नया निवेश क्षेत्र स्थापित किया जायेगा, जिसमें एक लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। पीथमपुर अद्भुत औद्योगिक क्षेत्र है। यहाँ औद्योगिक इकाइयाँ लगातार निवेश करती जा रही हैं। यहाँ के औद्योगिक उत्पादों का 11 हजार करोड़ रूपये का निर्यात विभिन्न देशों में किया जाता है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पीथमपुर में सड़कों के निर्माण के लिये 15 करोड़ रूपये दिये जायेंगे। यहाँ राजस्व अनुभाग बना कर स्थाई रूप से एसडीएम कार्यालय स्थापित किया जायेगा। पीथमपुर अस्पताल का सिविल अस्पताल में उन्नयन किया जायेगा। स्थानीय जन-प्रतिनिधियों द्वारा की गई क्षेत्रीय विकास की गई माँगों को भी पूरा किया जायेगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर कोई भी गरीब परिवार बिना आवास के नहीं रहेगा। ऐसे सभी परिवारों को मुख्यमंत्री भू-आवासीय योजना में जमीन देकर उसका मालिक बनाया जायेगा। सभी पात्र लोगों के आवास भी बनाये जायेंगे। अकेले धार जिले में ही एक लाख गरीबों के मकान बन चुके हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पूर्व सरकार ने संबल और मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना जैसी हमारी अनेक कल्याणकारी योजनाएँ बंद कर दी थी। ऐसी सभी बंद योजनाओं को हमने पुन: शुरू कर जनता को उसका लाभ देना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीब परिवार के मेधावी विद्यार्थियों की उच्च शिक्षा की फीस राज्य सरकार भरेगी। पढ़ाई के साथ रोजगार की व्यवस्था के लिये भी सरकार निरंतर अभियान चला रही है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं के हितलाभ भी वितरित किये। मुख्यमंत्री ने धार जिले के बाग प्रिंट के 'लोगो' का अनावरण किया एवं कारीगरों को जीआई सर्टिफिकेट वितरित किये। मुख्यमंत्री की मौजूदगी में एमपीआईडीसी और फियो के बीच एमओयू हुआ। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिलाओं का टर्न ओवर 20 हजार करोड़ तक पहुँच गया है। मेरा उद्देश्य है कि मेरी बहनें प्रतिमाह कम से कम 10 हजार रूपये की आय अर्जित करें।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सरकार का समग्र रूप से एक ही लक्ष्य है कि जनता की ख़ुशहाली। युवा उद्यमियों को प्रोत्साहन के लिए विभिन्न योजनाएँ चल रही हैं। युवाओं को एक लाख से लेकर 50 लाख रुपये तक का लोन बैंक द्वारा दिया जा रहा है। लोन वापसी की गारंटी राज्य सरकार दे रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान की जानकारी कलेक्टर से ली। बताया गया कि अभी तक ज़िले में 3 लाख 19 हज़ार आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसमें से 2 लाख 90 हज़ार आवेदन स्वीकृत भी किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने आयुष्मान योजना, गरीबों के मकान की योजना, भू-आवास अधिकार योजना, गरीबों के राशन की योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया।
लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि मध्यप्रदेश को एक नई दिशा देने के लिये अंत्योदय के साथ आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश को गढ़ने के लिये आज महत्वपूर्ण कदम उठाये जा रहे हैं। हमारी सरकार मध्यम एवं वंचित वर्ग के हर बच्चे का सपना पूरा करेगी। प्रदेश में 2 हजार से ज्यादा युवाओं ने स्टार्ट-अप प्रारंभ किये हैं। साथ ही फर्नीचर एवं टॉय क्लस्टर के लिये विशेष प्रयास किये जा रहे हैं।
औद्योगिक निवेश एवं निवेश प्रोत्साहन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्म-निर्भर भारत से प्रोत्साहित होकर मुख्यमंत्री चौहान द्वारा आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के लिये कई योजनाएँ चलाई जा रही हैं, जिसमें 52 जिलों के 38 उत्पादों को "एक जिला-एक उत्पाद'' के रूप में चयनित किया गया है। इनकी मार्केटिंग के लिये अमेजान, फ्लिपकार्ट जैसी ऑनलाइन मार्केटिंग साइट से समझौता किया गया है। राज्य सरकार द्वारा गरीब एवं वंचित वर्ग के लोगों की जन्म से लेकर सम्पूर्ण जीवन की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिये कई योजनाएँ चलाई जा रही हैं। युवा वर्ग के रोजगार एवं उच्च शिक्षा के लिये भी कई योजनाएँ चलाई जा रही हैं, ताकि युवा अपने स्वप्न पूरे करते हुए प्रदेश एवं देश के विकास में सहयोगी बनें।
मुख्यमंत्री चौहान का कार्यक्रम स्थल पहुँचने पर अलग अंदाज़ में स्वागत किया गया। यहाँ उनसे मिलने आये भांजे-भांजी भी पहुँचे, जो मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं और जिनकी फ़ीस राज्य सरकार द्वारा भरी गई है। मंच पर 75 प्रतिशत से अधिक अंक लाने वाले और सरकार से लैपटाप प्राप्त करने वाले मेधावी बच्चों ने भी मुख्यमंत्री का स्वागत किया। राज्य सरकार के सहयोग से राष्ट्रीय स्तर पर खेलने वाले धार ज़िले के जनजाति युवाओं ने भी मुख्यमंत्री चौहान का आभार जताया। घर-घर अनाज पहुँचाने वाले वाहन चालक और लाड़ली लक्ष्मी योजना के लाभार्थियों ने भी उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री चौहान ने इंदौर और उज्जैन संभाग के विभिन्न ज़िलों द्वारा 'एक जिला-एक उत्पाद' के तहत लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
कार्यक्रम में धार जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, सांसद छतर सिंह दरबार, विधायकगण, प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन संजय शुक्ला, लघु, सचिव सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम पी. नरहरि अन्य जन-प्रतिनिधियों सहित बड़ी संख्या में युवा एवं महिला समूह की सदस्य उपस्थित रहे।