मुंबई । महाराष्ट्र सरकार ने पुणे के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नाम बदलकर जगद्गुरु संत तुकाराम महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई में हुई कैबिनेट बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। यह कदम 17वीं सदी के पूज्य संत तुकाराम महाराज को श्रद्धांजलि देने के उद्देश्य से उठाया गया है, जो भक्ति आंदोलन और अपनी भक्ति कविताओं के लिए प्रसिद्ध हैं।
मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पहले ही पुणे हवाई अड्डे का नाम बदलने की सिफारिश की थी और केंद्र से मंजूरी लेने की बात कही थी। राज्य के नागरिक उड्डयन एवं सहकारिता राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने इस फैसले की घोषणा की। उन्होंने बताया कि संत तुकाराम महाराज का जन्म और बचपन पुणे के लोहगांव में हुआ था, जहां यह हवाई अड्डा स्थित है, इसलिए यह नामकरण क्षेत्र के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
इस नाम परिवर्तन के पीछे वारकरी समाज और स्थानीय निवासियों की भावनाओं का भी समर्थन है। तुकाराम महाराज ने वारकरी संप्रदाय के माध्यम से भागवत धर्म के प्रचार में अहम भूमिका निभाई थी, जिसे समाज आज भी सम्मान की दृष्टि से देखता है।