प्रदेश में आज से हल्की ठंड पड़ेगी
भोपाल । मध्यप्रदेश में एक बार फिर मौसम बदल गया है। हल्की ठंड के बाद शुक्रवार को मौसम में हल्की गर्मी महसूस, तो पारा कई इलाकों में 4 डिग्री तक चढ़ गया। भोपाल और इंदौर समेत अधिकांश शहरों में दिन का पारा रात से दोगुना यानी डबल हो गया।
मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन तक दिन और रात के तापमान इसी तरह बना रहेगा। दो दिन बाद जब हिमालय से आने वाली हवाएं गुजर जाएंगी, तो मौसम फिर बदलने लगेगा। 7 नवंबर से हल्की ठंड का एहसास हो सकता है, तो 8 नवंबर को हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मध्यप्रदेश में करीब एक सप्ताह बाद दिन का पारा सामान्य से काफी ऊपर चले गया। भोपाल, धार, गुना, ग्वालियर, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, उज्जैन, दमोह और सागर में यह 33 डिग्री के ऊपर रहे। 24 घंटे पहले तक यह 32 डिग्री से नीचे आ गए थे। इंदौर में परा 32 डिग्री के ऊपर रहा। सबसे कम सिवनी में 27 रहा। नरसिंहपुर में दिन का पारा सामान्य से 5 डिग्री गिरकर 28 डिग्री सेल्सियस रहा।
रात का पारा भी उछला है। भोपाल, धार, गुना, ग्वालियर, नर्मदापुरम, इंदौर, राजगढ़, रतलाम, उज्जैन, दमोह, जबलपुर, नरसिंहपुर, सागर, सतना, सिवनी और सीधी में यह 16 डिग्री सेल्सियस के ऊपर चला गया। अभी तक यह 14 डिग्री के नीचे चल रहा था। पाकिस्तान से आने वाली हवाएं मैदानी इलाकों में प्रवेश करेंगी। इससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बारिश के आसार बनना शुरू हो जाएंगे। 8 नवंबर तक यह पश्चिमी उत्तर प्रदेश से मध्यप्रदेश में प्रवेश करेगा। इसका सबसे ज्यादा असर पश्चिमी उत्तरप्रदेश से मध्यप्रदेश से लगे इलाकों में ज्यादा होगा। इस कारण ग्वालियर में बारिश के सबसे ज्यादा होने की संभावना है। इंदौर और भोपाल में बादल छा सकते हैं। कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी के भी आसार बन सकते हैं।
पाकिस्तान की हवाएं के आने से तापमान में मामूली बढ़ोतरी हुई है। अभी इसका असर दो दिन तक रहेगा। इनके जाने के बाद तापमान में गिरावट होगी। इसके बाद ही ठंड अपना असर दिखाना शुरू करेगी। मध्यप्रदेश में अच्छी कड़ाके की ठंड दिसंबर से शुरू होगी। यह करीब तीन महीने फरवरी तक रहेगी। अभी मध्यप्रदेश में एक सप्ताह तक सुबह और शाम ही हल्की ठंडक बनी रही, लेकिन अब दिन के साथ रात के तापमान में भी बढ़ोतरी हो गई है। रात का पारा 15 के ऊपर चला गया है, जबकि रात का पारा 32 के पार निकल गया है। मौसम में बदलाव 7 नवंबर के बाद मध्यप्रदेश में देखने को मिलेगा। इससे तापमान में फिर से बदलाव होने लगेंगे।