रुसी हमलों से परेशान यूक्रेन ने पीएम मोदी से मांगी मदद
जी20 सम्मेलन से पहले फोन पर शांति योजना के लिए मांगा समर्थन
नई दिल्ली । रूसी हमलों से परेशान यूक्रेन ने भारत से शांति बहाल करने के लिए मदद मांगी है। क्योंकि यूक्रेन को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उम्मीद है कि वह दोनों देशों के बीच शांति ला सकते हैं। गौरतलब है कि बीते महीने जी-20 की बैठक के दौरान जेलेंस्की ने मुलाकात भी की थी। इसके बाद से उनकी उम्मीदें और बढ़ गई हैं। हाल ही में उनके सहयोगी एंड्री यरमक ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से बात की है और शांति वार्ती में मध्यस्थता की अपील की है। यरमक ने जुलाई में प्रस्तावित वैश्विक शांति शिखर सम्मेलन को लेकर चर्चा की। साथ ही कहा कि यूक्रेन चाहता है कि पीएम मोदी भी इसमें भाग लें। यूक्रेन के अनुसार, यरमक ने इस आयोजन में ग्लोबल साउथ सहित देशों की व्यापक संभव सीमा को शामिल करने की आवश्यकता पर जोर दिया है। जेलेंस्की ने अपनी शांति योजना के लिए मोदी से समर्थन मांगा है। राष्ट्रपति कार्यालय ने एक बयान में कहा है कि बातचीत का मुख्य विषय यूक्रेनी शांति सूत्र को लागू करना था। जी20 सम्मेलन से पहले पिछले साल पीएम मोदी और जेलेंस्की ने फोन पर भी चर्चा की थी। भारत ने कहा कि वार्ता और कूटनीति के जरिए ही इस विवाद का हल निकाला जा सकता है और दुनिया के देशों के बीच जारी लड़ाई को रेका जा सकता है।
उधर रूस की सेना ने दक्षिणी यूक्रेनी शहर ओदेसा में रात भर मिसाइलें दागीं। इस हमले में कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई तथा दर्जन भर से अधिक लोग घायल हुए हैं। स्थानीय प्रशासन ने बताया कि हमलों से कई मकानों, दुकानों और एक गोदाम को नुकसान पहुंचा है। क्षेत्रीय प्रशासन ने फेसबुक पर बताया कि काला सागर से किए गए हमलों में समुद्र से दागी गई चार कलिब्र क्रूज मिसाइलें शामिल थीं, जिनमें से तीन को हवाई सुरक्षा प्रणाली द्वारा बीच में ही रोक दिया गया। क्षेत्रीय प्रशासन के अनुसार, हमले में खाद्य सामग्री के एक गोदाम के तीन कर्मचारी मारे गए और सात अन्य घायल हो गए। बचाव कर्मी अब भी मलबे के नीचे बचे हुए लोगों की तलाश कर रहे हैं। मकानों में रहने वाले पांच लोग और एक सुरक्षा कर्मी भी हमले में घायल हो गया। यूक्रेन के प्रवक्ता एंद्री कोवालोव ने बताया कि रूसी सेना ने यूक्रेन पर मिसाइल और हवाई हमले बढ़ा दिए हैं। संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ओदेसा क्षेत्र के अलावा खारकीव, दोनेत्स्क, किरोवोह्राद में हमले किए गए।