अनियंत्रित होकर पलटा आटो, एक की मौत, 15 घायल
डिंडौरी । मंगलवार को एक बार फिर समनापुर-डिंडौरी रोड के किकरझर का अंधा मोड़ आटो सवार एक महिला की जान का दुश्मन बन गया। जानकारी के अनुसार जिले के समनापुर अंतर्गत किकरझर घाट मोड़ पर मंगलवार की दोपहर यात्रियों से खचाखच भरा आटो पलट गया। दुर्घटना में कुसुम बाई उम्र 48 पति बालम कोल की मौके पर ही मौत हो गई और अन्य पन्द्रह लोगों को गंभीर चोट आई हैं । दुर्घटना में घायलों को समनापुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया है। कुछ लोगों को को प्राथमिक इलाज के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। पड़रिया पंचायत के भूतपूर्व सरपंच नंदेलाल सरैया ने बताया कि पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने सभी महिलाऐं आटो में बैठकर बिलासर गांव जा रही थी। किकरझर घाट के मोड़ पर अचानक तेज रफ्तार आटो अनियंत्रित होकर पलट गया। दुर्घटना के समय आटो में छोटे बच्चे सहित लगभग 15 से अधिक लोग सवार थे
एक्सीडेंट जोन बन गया मोड़
गौरतलब है कि जिस स्थान पर आटो सडक में पलटा हैं वो स्थान एक्सीडेंट जोन के नाम से जाना जाता है। आए दिन यहां छोटे बड़े वाहन दुर्घटनाग्रस्त होते रहते हैं। इसके पहले भी इसी स्थान पर दुर्घटना में कई लोगों की मौत हो चुकी है। सम्बंधित स्थान दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र के रूप में चिन्हित है। इस स्थान पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। इस सब के बाद न तो यहां दिशा सूचक लगाए गए हैं और ना ही गति अवरोधक बनवाए गए हैं। दर्जनों लोगों की जान जाने और आए दिन दुर्घटनाओं में वाहन सवारों के घायल होने की घटनाओं के बाद भी लोक निर्माण विभाग को मार्ग संकेतक लगाने या गति अवरोधक बनवाए जाने की सुध नही है। लोक निर्माण विभाग की कार्यशैली को लेकर नागरिकों में आक्रोश बढ़ गया है।
समनापुर से डिंडौरी जाने वाले मार्ग पर एक अंधा मोड़ है। जिसे किकरझर मोड़ के नाम से जाना जाता है। अंधा मोड़ होने से सामने आने वाले वाहन चालकों को दिखाई नहीं पड़ते। गति अधिक होने पर अक्सर दुर्घटनाएं हो जाती हैं। इस स्थान पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। दर्जनों लोग वाहनों से टकराकर घायल हो चुके हैं और कई की जान जा चुकी है। यहां मोड़ पर मार्ग के दोनों तरफ न तो कोई अंधा मोड़ होने का संकेतक बोर्ड हो लगा है जिससे वाहन चालक यह जान सकें यहां आगे चलकर अंधा मोड़ भी है। गति अवरोधक या मार्ग संकेतक बोर्ड न लगे होने के कारण ही तेजी से दोनों तरफ से आ रहे वाहन एक दूसरे से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं। क्षेत्र के लोगों ने उक्त स्थान को दुर्घटना बाहुल्य घोषित करने और संकेतक बोर्ड लगवा दोनों ओर गति अवरोधक बनवाने की मांग प्रशासन से की है।