सागर से बड़ा दलित आंदोलन खड़ा करने की तैयारी में कांग्रेस
भोपाल । प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस अब बुंदेलखंड के सागर से बड़ा दलित आंदोलन खड़ा करने की तैयारी में है। बुधवार को सुरखी विधानसभा क्षेत्र में दलितों के घर पर बुलडोजर चलाने की घटना के विरोध में कांग्रेस सागर में बड़ा प्रदर्शन करने जा रही है। सुरखी परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह का चुनाव क्षेत्र है। गरीबों के घरों पर बुलडोजर चलाकर तोडऩे के वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस सक्रिय हो गई है। खुरई में गरीबों के घर गिराए जाने की प्रमुख वजह यह है कि ग्राम पंचायत एवं जनपद ने पीएम आवास योजना के तहत गरीबों के आवास वन भ्ूामि पर बनवा दिए थे। आवास के लिए राशि भी जारी कर दी। वन विभाग की टास्क फोर्स ने जिला प्रशासन की सहमति से यह कार्रवाई की है।
वन विभाग की टीम ने सागर में 10 से ज्यादा मकानों पर बुलडोजर चला दिया। बुधवार को की गई इस कार्रवाई का गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने विरोध किया है। उन्होंने ट्वीट कर आरोप लगाया कि सुरखी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम रैपुरा में लगभग 10 अहिरवार समाज के मकान मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के निर्देश पर गिराए गए, क्योंकि ये लोग मंत्री से डरते नहीं हैं। स्थानीय रहवासी दशरथ अहिरवार और राजू अहिरवार ने कहा कि प्रशासन ने द्वेषभावना पूर्वक मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के इशारे पर ये कार्रवाई की है। हमें कोई नोटिस नहीं दिया और न ही कोई सूचना दी। एक तरफ मुख्यमंत्री जी कह रहे हैं कि सबको पक्का मकान दिया जाएगा और दूसरी तरफ हम अनुसूचित जाति वर्ग के परिवारों के बने-बनाए मकान गिरा दिए हैं। बारिश के मौसम में छोटे-छोटे बच्चों और बुजुर्गों के सिर से छत छीन ली गई। उधर, मामले को तूल पकड़ता देख मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के बड़े भाई और सागर जिला पंचायत अध्यक्ष हीरा सिंह राजपूत रैपुरा गांव पहुंचे। उन्होंने पीडि़त परिवारों से कहा- गरीबों के मकान टूट रहे और हमें पता नहीं चल पाया। दिग्विजय सिंह तक खबर पहुंच गई। तुम लोगों की सेटिंग तो नहीं? पीडि़तों का कहना है कि मंत्री के इशारे पर बारिश के मौसम में उनके सिर से छत छीन ली गई। ये मकान प्रधानमंत्री आवास योजना में बने थे। मध्यप्रदेश सरकार में राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत सुरखी से भाजपा विधायक हैं। 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ वह भी भाजपा में शामिल हो गए थे। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट में लिखा- शासकीय योजना के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना में मकान बनते रहे, तब प्रशासन क्यों सोता रहा? क्या भाजपा के नेताओं के मकान शासकीय भूमि पर नहीं बने? उन पर बुलडोजर क्यों नहीं चला? यह गरीब अनुसूचित जाति के साथ घोर अन्याय है। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। दिग्विजय सिंह ने आगे लिखा मैं रैपुरा पहुंचकर पीडि़त अनुसूचित जाति के साथ बैठकर चर्चा कर आगे की रूपरेखा तय करूंगा। इस मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी दिग्विजय सिंह से चर्चा की है। सागर जिले में स्थानीय नेताओं के दबाव में हो रही प्रशासन की कार्रवाइयों को लेकर कांग्रेस अब आर - पार की लड़ाई के मूड में है।
इनके घर गिराए गए
अन्नू महाराज, हरिकांत महाराज, संजू बैरागी, शीतल महाराज, चंद्रेश अहिरवार, शांतिबाई बलेन अहिरवार, शंभू अहिरवार, कमल अहिरवार, भूपेंद्र अहिरवार, चंदा रानी, रामू अहिरवार, हेमराज अहिरवार और दुष्यंत अहिरवार।