4200 करोड़ के स्टेशन से 525 मेगावाट की सप्लाई
बांधों पर पंप स्टोर पावर स्टेशन टेक्नोलॉजी से बार-बार बिजली बनाई जाएगी


भोपाल । मध्यप्रदेश में अब कभी बिजली की कमी नहीं होगी। बिजली सस्ती भी होगी और पीक आवर्स में जब जरूरत हो तब इसकी सप्लाई की जा सकेगी। पंप स्टोर पावर स्टेशन टेक्नोलॉजी से यह कमाल होगा जिसमें एक ही पानी से बार-बार बिजली बनाई जाएगी। मध्यप्रदेश का यह पहला और अनोखा प्रोजेक्ट खंडवा में स्थापित किया जा रहा है। यह प्रोजेक्ट 2030 में चालू होने की उम्मीद जताई जा रही है। यहां इसकी शुरुआत इंदिरा सागर बांध से करने की तैयारी है। पहली बार बांधों पर पंप स्टोर पावर स्टेशन टेक्नोलॉजी से बार-बार बिजली बनाई जाएगी। इंदिरा सागर बांध में पीक आवर में 525 मेगावाट तक बिजली बन सकेगी। 4200 करोड़ का यह प्रोजेक्ट करीब 7 साल में शुरु हो जाएगा।
ज्यादा मांग या बिजली संकट होने पर इस प्रोजेक्ट से तुलनात्मक रूप से सस्ती और ग्रीन बिजली सप्लाई की जा सकेगी। डैम के पानी को टरबाइन से रिसाइकिल कर नए प्रोजेक्ट के टरबाइन में डाला जाएगा, जिससे फिर बिजली बनेगी। नर्मदा हाइड्रोइलेक्ट्रिक डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनएचडीसी) के प्रबंध निदेशक वीके सिन्हा ने बताया कि अभी पंप स्टोर पावर स्टेशन से देशभर में 5 हजार मेगावाट उत्पादन किया जा रहा है। कई राज्यों में निर्माण भी हो रहे हैं। मप्र में यह पहला प्रोजेक्ट है। 4200 करोड़ का खर्च आएगा और 2030 से उत्पादन शुरू हो जाएगा। इंदिरा सागर बांध के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार यहां पानी से बार-बार बिजली बनेगी। ?4200 करोड़ के स्टेशन से 525 मेगावाट की बिजली की सप्लाई की जा सकेगी। मध्यप्रदेश का यह पहला प्रोजेक्ट इस मायने में अनोखा प्रोजेक्ट होगा जिसमें बांधों पर पंप स्टोर पावर स्टेशन टेक्नोलॉजी से बार-बार बिजली बनाई जाएगी।