भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थामेंगे शंकर महतो
भोपाल । पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को बंटाधार कहने वाले वीडी शर्मा इन दिनों अपनी ही पार्टी के लिए खुद बंटाधार बने हुए हैं, ये कहना है कटनी के भाजपा नेताओं का। दरअसल कटनी में एक के बाद एक कई दिग्गज नेताओं ने अपनी अनदेखी और उपेक्षा का शिकार बताते हुए बीजेपी छोडऩे का निर्णय कर लिया है। जिसका असर आगामी विधानसभा चुनाव में देखने मिलेगा। बता दें, हाल ही में सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हुई थी, जिसमें बहोरीबंद विधानसभा के प्रभावी नेताओं में शुमार शंकर महतो की फोटो दिग्विजय सिंह, जयवर्धन सिंह के साथ सामने आई हैं, जिसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि वह जल्द ही कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
शंकर महतो बहोरीबंद विधानसभा के दिग्गज नेताओं में गिने जाते हैं, जिनके केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल से गहरे संबंध भी है। 2018 के विधानसभा चुनाव में शंकर महतो ने बहोरीबंद के कांग्रेस प्रत्याशी सौरभ सिंह को हराने में अहम भूमिका निभाई थी। शंकर महतो बताते हैं कि बीजेपी के पुराने कार्यकर्ताओं की इससे ज्यादा दुर्गति उन्होंने कभी नहीं देखी। प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के बड़े नेताओं द्वारा उनकी उपेक्षा कर दरकिनार किया जा रहा था, बीजेपी से मेरी कोई नाराजग़ी नहीं, लेकिन बीजेपी में बदली रीति-नीति प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के आने के बाद से चल रही है, जिससे मैं काफी उपेक्षित चल रहा हूं, जहां सम्मान मिलेगा वहां मैं जाऊंगा। शंकर महतो का राजनैतिक सफर काफी लंबा है, जिसमें वो नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल से शुरुआत करते हुए बीजेपी में जा पहुंचे। उन्होंने जनपद अध्यक्ष, भाजपा जिला उपाध्यक्ष से लेकर कई अहम पदों में रहकर अपने दायित्व निभाए, लेकिन अब कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय ले लिया है। बताया जाता है कि शंकर महतो का प्रभाव लोधी समुदाय में अधिक है, इन्हीं वोटों के बल पर कांग्रेस प्रत्याशी सौरभ सिंह को 2018 में हार का सामना करवाया था। लेकिन उनके कांग्रेस पार्टी में शामिल होने पर कितना फायदा और बीजेपी को कितना नुकसान होगा ये आने वाला वक्त ही बताएगा।