कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के नए सदस्यों की कुल संख्या बीते वित्त वर्ष 2023-24 में चार प्रतिशत घटकर 1.09 करोड़ रही है। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। ईपीएफओ की 'भारत में पेरोल रिपोर्टिंग' एक रोजगार परिप्रेक्ष्य-जनवरी से अप्रैल, 2024 रिपोर्ट के अनुसार, ईपीएफओ ने 2022-23 में कुल 1,14,98,453 नए सदस्य जोड़े थे। यह संख्या 2023-24 में घटकर 1,09,93,119 रह गई है। महामारी के कारण ईपीएफओ से जुड़ने वाले नए सदस्यों की कुल संख्या में 2020-21 में गिरावट आई थी और यह 85,48,898 रही थी। इससे पिछले वित्त वर्ष यानी 2019-20 में ईपीएफओ से 1,10,40,683 नए सदस्य जुड़े थे। 2021-22 में ईपीएफओ से जुड़ने वाले नए सदस्यों की संख्या 1,08,65,063 रही थी।

लगातार दो माह की बिकवाली के बाद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की जून में भारतीय शेयर बाजार में वापसी हुई है। शेयर बाजारों में जोरदार तेजी के बीच जून में एफपीआई ने शुद्ध रूप से 26,565 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने जून में भारतीय शेयर बाजार शुद्ध रूप से 26,565 करोड़ रुपये का निवेश किया है। वॉटरफील्ड एडवाइजर्स के निदेशक (सूचीबद्ध निवेश) विपुल भोवर ने कहा, 'आगे चलकर उनका ध्यान धीरे-धीरे बजट और चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजों की ओर स्थानांतरित होगा।'